11 August 2021

अजमेरी जमा'अत कम्युनिटी

بِسْمِ اللہِ الرَّحْمٰنِ الرَّحِیۡم

* अजमेरी जमा'अत कम्युनिटी *

1 मुहर्रम 1443 हिजरी  -  11 AUG 2021

मोहतरम जनाब ....وَبَرَكاتُهُ اَللهِ وَرَحْمَةُ عَلَيْكُم اَلسَلامُ

अलहम्दु लिल्लाह इस 1  मुहर्रम से अजमेरी जमाअत के नौजवान उस अहम काम को अंजाम देने जा रहे है जिसका ख्वाब हमारे बड़े बुजुर्गों ने देखा था, जिससे हमारी कौम तरक्की और कमियाबी की बुलंदी पर फाईज़ हो सके, जैसे की ......

अगर हमारे समाज के किसी घर में निकाह हो रहा है तो सबसे ज्यादा अहले खाना को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, मसलन मेहमानों को खाना खिलाने के लिए देग-थाल-बाल्टी-चूल्हे जैसे कई बर्तनों का इन्तेजाम करना, मंडप कुर्सियां - पानी और लाईटिंग का बंदोबस्त करना ,  वगैरह....वगैरह.....

इसी तरह खुदा न ख्वास्ता किसी घर में मैयत हो जाती है तो अहलो-अयाल को उस ग़म की घडी में ऐसे हमसाया की जरूरत महशूस होती है जो मैयत के कफन-दफन का इन्तेजाम कर सके, जनाज़ा तैयार कर सके, कब्र के लिए लकड़ी चटाई इत्र - फुल वगैरह का इन्तेजाम कर सके, और साथ ही बाहर से आए मेहमानों के खाने-पिने का इन्तेजाम कर सके I

आजकल हमारे मुआशरे की नई जनरेशन में इल्म की काफ़ी कमी महशूस हो रही है, इस नई जनरेशन के लिए मद्रेसे का इन्तेजाम बेहद जरुरी है, जिसमे मुदर्रिस का दाएमी इन्तेजाम व तलबा के लिए दिनी किताबों का इन्तेजाम किया जा सके I

इसके अलावा मुहर्रम शरीफ में औरतों व मर्दों के लिए मजलिसें मूनअकीद करना, ईदे मिलाद के जुलूस का मैनेजमेंट, ग्यारहवीं शरीफ की नियाज़, माहे रमजान में शहरी-इफ्तारी के इन्तेजाम, इसी तरह अवलियाए किराम व बुज़ुर्गाने दिन की मुहब्बत में व इल्मे दिन के लिए वक्तन फ वक्तन छोटे-बड़े जल्शे मूनअकीद करते रहना I

साथ ही खतना कैम्प, बेवाओं की मदद, बेरोजगारों को काम दिलवाने में मदद, सरकारी कामो में हाथ बंटाना, कौम के किसी फर्द को अचानक अल्लाह न करे किसी वजह से हॉस्पिटलाईज़्ड होना पड़े तो उनकी जरूरतों को हो सके उतना पूरा करना I

ऐसे बेशुमार कामों को अंजाम देने की आज बेहद जरूरत महशूस हो रही है, ताकि हमारी जमाअत का कोई भी फर्द खुद को तन्हा - बेसहारा या कमजोर न समझे I

यह सब काम और इन्तेजाम एक दिन में नहीं हो सकते लेकिन आपकी दुआ-इमदाद और कोशिश शामिल रही तो  * انشاء اللہ * एकदिन जरुर हो सकते हैं. जिसे बस यूँ समझ लीजिए की आज यह नौजवान मुस्तकबिल का बिज बो रहे हैं, जिसमे पानी डालना और उसकी हिफाजत करना हमारी व आपकी जिम्मेदारी है, जीसके फल का लुत्फ़ हमारी आने वाली पीढियाँ ले पाएगी I

इन्ही सब बातों को मद्दे नजर रखते हुए “अजमेरी जमाअत””” के नौजवानों ने अपने मुआशरे के लिए एक कदम आगे बढाया है, जिसमे आपकी शिर्कत और नौजवानो की हौंसला अफजाई से ही यह सब काम एक-एक करके अपनी मंजिले मकसूद तक पहुँच पाएँगे, और यही अल्लाह तबारक व तआला से दुआ है....

(  المرسلین السید بجاہ العالمین رب یا آمین ثم آمین )

इन सब कामो के लिए अजमेरी जमाअत के हर घर में जो भी शख्श अपना वक्त देकर और अपनी कमाई से मामूली हिस्सा निकालकर शिर्कत करना चाहते हैं व मजीद जानकारी के लिए इस नम्बर पर राब्ता करें

याक़ूबरज़ा A. 91735 06392   /  इरफ़ानखान I. 97242 76886   /  सरफ़राज़खान Y. 63523 12473

या यहाँ पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरकर सबमिट करदें.

(नोट : अजमेरी जमाअत सिर्फ़ और सिर्फ़ कौम की इस्लाह के लिए हैं, इसे किसी राजनैतिक पहलु से न जोड़ें)

10 August 2021

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